जार कांच का हो और इस जार को अँधेरी जगह पर रखना है. ॥ॐ नमो कामदेवाय विद्महे रति प्रियायै धीमहि तनो अनंग प्रचोदयात ऐं सः सः सः फट॥ “ओम कामदेवाय शाकाल शाद्रष दक्ष दशु धारा कुसुम हैं हैं स्वाहा Like in the beginning of the chapter we have reported that https://vashikaran22222.wssblogs.com/34835254/vashikaran-fundamentals-explained