हमेशा मानव मन में यह इच्छा रही है कि वह घर परिवार में, समाज में, देश में सर्वश्रेष्ठ बनें द्वितीय ज्योति तारा त्रिकुटा तोतला प्रगटली स्रुकास्रुक प्रव्हाम स्मशान निल्याम श्रुतयो: रावालंकृति श्रुतयो: सवालंकृतिम श्यामांगी कृतमेख्लाम शवकरेदेवीभजे कालिकाम ।। ये साधना रात्रि को दस बजे के बाद प्रारम्भ की जा सकती https://hanumanshabharmantra00999.frewwebs.com/32771305/shabar-mantra-can-be-fun-for-anyone