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Facts About hanuman chalisa Revealed

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तीनों लोक हाँक तें काँपै ॥२३॥ भूत पिसाच निकट नहिं आवै । व्याख्या – मनुष्य के जीवन में प्रतिदिन–रात्रि में चारों युग आते–जाते रहते हैं। इसकी अनुभूति श्री हनुमान जी के द्वारा ही होती है। अथवा जागृति, स्वप्न, सुषुप्ति एवं तुरीय चारों अवस्थाओं में भी आप ही द्रष्टारूप से सदैव https://erico428xzy6.bloggosite.com/profile

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