कीजै नाथ हृदय महँ डेरा ॥४०॥ ॥दोहा॥ पवनतनय सङ्कट हरन मङ्गल मूरति रूप । होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥२१॥ सब सुख लहै तुह्मारी सरना । रामचन्द्र के काज सँवारे ॥१०॥ लाय सञ्जीवन लखन जियाये । Gajapathi, feeling threatened, orchestrates a pretend bandit assault on Meenakshi to do away with https://realtor-in-toronto21097.blog5star.com/31453023/hanuman-secrets